चलत डगरिया पीरा जाला पीरा जाला पाव रे !!
चलत डगरिया पीरा जाला पाव रे
जोन्हियो से दूर बा बलमुआ के गाँव रे ......
।। जाएके अकेल बा संघी ना साथी ,
नईखे सवारी रेलगाड़ी घोड़ा हाथी
बिच दरियाव बा .....२
दरीयाव में नईखे नाव रे
जोन्हियो से दूर बा बलमुआ के गाँव रे ...... "।।
।। करनी ना धरनी , त फेरा में परनी
बाड़ा रे कठिन बा पार कईल बैतरनी
तैरे ना आवे .........२
तैरे ना आवे दरियाव मे बा डुबाव रे
जोन्हियो से दूर बा बलमुआ के गाँव रे ......।।
।। करब उहे पईब , कमईब उहे खईब
दोसरा के देख देख ,अनेरे पछतईब
सतुये पर सबुर कर ........२
सतुये पर सबुर कर ,अरे मीली ना पोलाव रे
जोन्हियो से दूर बा बलमुआ के गाँव रे ......।।
5 Comments
Bahut hi sunder
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर
ReplyDeleteGajbbbb
DeleteHlo
ReplyDeleteबहुत सुन्दर, भावपूर्ण,,प्रनाम आपको
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