दिल फिर भी तुम्हें देते हैं !!
हम जानतें हैं तुम हमें नाशाद करोगे
तोडोगे मेरा दिल मुझें बर्बाद करोगे....2
दिल फ़िर भी तुम्हे देते हैं क्या याद करोगे ..।।
ना चैन हमें दोगे ना तुम शाद करोगे
ना दर्द की जंजीर से आज़ाद करोगे ....2
दिल फ़िर भी तुम्हें देते है क्या याद करोगे ....।।
जुल्फ़ो की घनी छाव ये गालों की हसी धूप
जिन्दा है तेरे प्यार से जानम ये मेरा रूप
क्या क्या ना तेरे प्यार को दिलबर दिया हमनें
तू बूँद का प्यासा था समन्दर दिया हमनें, समन्दर दिया हमनें
मालुम हैं, मालुम है खुश रह के भी फरियाद करोगे
तोडोगे मेरा दिल मुझें बर्बाद करोगे....2
दिल फ़िर भी तुम्हें देते है क्या याद करोगे ..।।
एक दिल ही नहीँ सारा सफ़र हमनें दिया है
क्या क्या ना तुम्हें जाने जिगर हमनें दिया हैं
माँगी थी गली तुमने ,नगर हमने दिया है,
अरमाँ का महल प्यार का घर हमनें दिया हैं,घर हमनें दिया हैं
मालुम है,मालुम है तुम घर मेरा बर्बाद करोगे
ना दर्द की जंजीर से आबाद करोगे
दिल फ़िर भी तुम्हें देते है क्या याद करोगे ..।।
हम जानतें हैं तुम हमें नाशाद करोगे
ना दर्द की जंजीर से आबाद करोगे
दिल फ़िर भी तुम्हे देते हैं क्या याद करोगे ..।।
-LbMusicEntertainment-
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