रामचरितमानस RAMCHARITRA MANAS - LBMUSICENTERTAINMENT.COM

Photo/image - रामचरित्र मानस


*प्रिय तुम रामचरितमानस जरूर पढ़ना।।.....*.


जीवन के अनुबंधों की,

तिलांजलि संबंधों की,

टूटे मन के तारो की,

फिर से नई कड़ी गढ़ना,

*प्रिय तुम रामचरितमानस पढ़ना।।*


बेटी का धर्म निभाने को,

पत्नी का मर्म सिखाने को,

भाई का प्रेम बताने को,

हर चौपाई दोहा सुनना,

*प्रिय तुम रामचरितमानस पढ़ना।।*


लक्ष्मण से सेवा त्याग सीखना,

श्री भरत से राज विराग सीखना,

प्रभु का सबसे अनुराग सीखना,

फिर माता सीता को गुनना,

*प्रिय तुम रामचरितमानस पढ़ना।।*


केवट की भक्ति भरी गगरी,

फल मीठे बेर लिए शबरी,

है धन्य अयोध्या की नगरी,

अवसादों में जब घिरना,

*प्रिय तुम रामचरितमानस पढ़ना।।*


न्याय नीति पर राम अड़े,

संग सखा वीर हनुमान खड़े,

पशु-पक्षी तक हैं युद्ध लड़े,

धन्य हुआ उनका तरना,

*प्रिय तुम रामचरितमानस पढ़ना।।*


जो राम नाम रघुराई  है,

जीवन की मूल दवाई है,

हर महामंत्र चौपाई है,

सियाराम नाम जपते रहना,

*प्रिय तुम रामचरितमानस पढ़ना।।*


जगती में मूल तत्व क्या है?

राम नाम का महत्व क्या है?

संघर्ष में राम रामत्व क्या है?

संकट में जब तुम फंसना,

*प्रिय तुम रामचरितमानस पढ़ना।।*


हर समाधान मिल जाता है,

कोई प्रश्न ठहर नहीं  पाता है,

बस राम ही राम सुहाता है

श्री राम है वाणी का गहना,

*प्रिय तुम रामचरितमानस पढ़ना।*

LBMUSICENTERTAINMENT.COM 

Post a Comment

0 Comments