मेरा दिल ये पुकारे आजा
मेरे गम के सहारे आजा
भीगा भीगा हैं समा
ऐसे में हैं तू कहा
मेरा दिल ये पुकारे आजा ....
तू नहीं तो रुत ये हवा क्या करु, क्या करु
दूर तुझसे मैं रह के बता क्या करु, क्या करु
सुना सुना हैं जहा अब जाऊ मैं कहा
बस इतना मुझे समझा जा
भीगा भीगा है समा ऐसे में हैं
मेरा दिल ये पुकारे आजा ....
आधिया वो चली आशिया लूट गया , लूट गया
प्यार का मुस्कुराता जहा लूट गया , लूट गया
एक छोटी सी झलक मेरे मिटने तलक
वो जान ... वो जान मेरे दिखलाजा
भीगा भीगा है समा ऐसे में हैं तू कहा
मेरा दिल ये पुकारे आजा
मेरी दुनिया लूटी तू जुदा हो गया हो गया
मेरा दिल तेरे गम में फना हो गया हो गया
दिए गहरे ज़ख्म तूने क्यूं वो सनम
मेरी जान मुझे बतलाजा
भीगा भीगा है समा ऐसे में हैं तू कहा
मेरा दिल ये पुकारे आजा ....
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