Aur Thoda Karib Ho Jata Ghazal Lyrics - और थोडा करीब हो जाता प्यार तेरा नसीब हों जाता ग़ज़ल लिरिक्स

और थोड़ा करीब हो जाता 

प्यार तेरा नसीब हो जाता 

और थोडा करीब हो जाता

प्यार तेरा नसीब हों जाता ....


रंग तेरा अजब जब देखूं .. 2

रंग मेरा अजीब हो जाता 

और थोड़ा करीब हो जाता 

प्यार तेरा नसीब हो जाता ....


जनता अगर गरीब प्यारे हैं .. 2 

मैं कसम से गरीब हों जाता

और थोड़ा करीब हो जाता

प्यार तेरा नसीब हो जाता...

LB MUSIC ENTERTAINMENT




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