मैं तो आई वृंदावन धाम
किशोरी तेरे चरनन में
तेरे चरण पड़े चारों धाम
किशोरी तेरे चरनन में.....
व्रज वृन्दावन की महारानी....
मुक्ति भी जहां भरती पानी....
तेरे चरण पड़े चारों धाम
किशोरी तेरे चरनन में........
मैं तो आई वृन्दावन धाम
किशोर तेरे चरनन में
किशोर तेरे चरनन में
श्री राधे तेरे चरनन में.....
करो कृपा की कोर श्री राधे
दीन जनन की ओर श्री राधे
मेरी बिनती है आठों याम
किशोर तेरे चरनन में......
बाके ठाकुर की ठकुरानी
वृन्दावन जिनकी रजधानी
तेरे चरण दबावत श्याम
किशोर तेरे चरनन में......
मुझे बना लो अपनी दासी
चाहत नित ही महल खवासी
मुझे और ना जग से काम
किशोर तेरे चरनन में......
मैं तो आई वृन्दावन धाम
किशोर तेरे चरनन में
किशोर तेरे चरनन में
श्री राधे तेरे चरनन में.....
0 Comments