जरा जल्दी से आजा सावरिया
तेरी भक्ति की ओढ़ी चुनरिया....
जैसे मीरा ने सब कुछ भुलाया
प्रभु चरणों में ध्यान लगाया.....
मोहन मुझ पे भी डालो नज़रिया.... 2
तेरी भक्ति की ओढ़ी चुनरिया.....
तुमने राधा से प्रीत लगाई
उनके बन्धन में बंध गए कन्हाई....
राधा सुनती थी प्यारी बासूरिया.. 2
तेरी भक्ति की ओढ़ी चुनरिया.....
तुमने मधुवन में रास रचाया
संग ग्वालो के माखन चुराया....
सारी पागल थी गोकूल नगरिया.. 2
तेरी भक्ति की ओढ़ी चुनरिया.....
जरा जल्दी से आजा सांवरिया
तेरी भक्ति की ओढ़ी चुनरिया....
0 Comments