श्रीमन नारायण नारायण नारायण
श्रीमन नारायण नारायण नारायण,
लक्ष्मी नारायण नारायण नारायण,,
जय जय सुरनायक, जन सुखदायक
प्रणत पाल भगवंता,,
गोदिज हितकारी जय असुरारी
सिंधु सुता प्रियकंता,,
पालन सुर धरनी, अद्भुत करनी
मरम् न जानई कोई,,
जो सहज कृपाला
दिन दयाला करऊ अनुग्रह सोई,,
जय जय अविनाशी, सब घट वासी
व्यापक परमानंदा,,
अविगत गोतितम् चरित्र पुनितम्
माया रहित मुकुंदा,,
जेहि लागि बिरागी अति अनुरागी
विगत मोह मुनि वृंदा,,
निसि वासर ध्यावहीं
गुण गन गावही जयति सच्चिदानंदा,,
जेहिं सृष्टि उपाई त्रिविध बनाई
संग सहाय न दूजा,,
सो करऊ अघारी चिंत हमारी
जानिअ भक्ति न पूजा,,
जो भव भय भंजन
मुनी मन रंजन, गंजन विपत्ति वरुथा,,
मन वच करम् वाणी छाड़ी सयानी
सरन सकल सुर जूथा,,
सारद श्रुति शेषा रिषय असेषा
जा कहूं को नहि जाना,,
जेहि दिन पियारे वेद पुकारे
द्रवउस श्री भगवाना,,
भव वारिधि मंदर , सब विधि सुंदर..2
गुन मंदिर सुख पुंजा,,
मुनि सिद्ध सकल सुर परम भयातूर
नमत नाथ पद कंजा,,
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