मुझे रास आ गया है
तेरे दर पर सर झुकाना
मुझे रास आ गया है
तेरे दर पर सर झुकाना
तेरे दर पर सर झुकाना
तुझे मिल गया पुजारी
मुझे मिल गया ठिकाना..
मुझे कौन जानता था
तेरी बंदगी से पहले..2
तेरी बंदगी से पहले
तेरी याद ने बना दी..2
मेरी जिंदगी फसाना
मुझे रास आ गया है
तेरे दर पर सर झुकाना....
मुझे इसका गम नहीं है
कि बदल गया जमाना..2
की बदल गया जमाना
मेरी जिंदगी के मालिक..2
कहीं तुम बदल ना जाना
मुझे रास आ गया है
तेरे दर पर सर झुकाना....
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