आशुतोष शशांक शेखर
चंद्रमौली चिदंबरा
कोटि-कोटि प्रणाम शंभू
कोटि नमन दिगंबरा..2
निर्विकार ओंकार अविनाशी
तुम्ही देवाधि देव
जगत सर्जक प्रलय करता
शिवम् सत्यम् सुन्दरा..2
निरंकार स्वरूप कालेश्वर
महा जोगेश्वर
दयानिधि दानिश्वरा जय
जटाधर अभ्यंकरा...2
शूल पानी त्रिशूल धारी
औघड़ी वाघग्वरी
जय महेश त्रिलोचनाय
विश्वनाथ विशंभरा...2
नाग नागेश्वर हरो हर
पाप- सांप अभिशाप तम
महादेव महान भोले
सदा शिव शिव शंकरा..2
जगत पति अनुरक्ति भक्ति
सदैव तेरे चरण हो
क्षमा हो अपराध सब
जय जयति जगदीश्वरा..2
जनम जीवन जगत का
संताप तप मिटे सभी
ओम नमः शिवाय मन
जपता रहे पंचाक्षरा..2
आशुतोष शशांक शेखर.....
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