परिश्रम करें कोई कितना भी लेकिन
कृपा के बिना काम बनता नहीं है
कृपा के बिना काम बनता नहीं है..
निराशा निशा नष्ट होती ना तब तक
दया भानु जब तक निकलता नहीं है
दया भानु जब तक निकलता नहीं है
कृपा के बिना काम बनता नहीं है.....
अमित वासनाएं अमित रूप लेकर
अंतः करण में....2 उपद्रव मचाती
तब फिर कृपा सिंधु श्री राम जी के..
अनुग्रह बिना मन संभलता नहीं है
अनुग्रह बिना मन संभलता नहीं है
परिश्रम कर कोई कितना भी लेकिन..
कृपा के बिना काम बनता नहीं हैं.....
मृगवारी जैसे असत इस जगत से
पुरुषार्थ के बल पर..2 बचाना है मुश्किल
श्री हरि के सेवक जो छल छोड़ बनते..2
उन्हें फिर ये संसार छलता नहीं है
उन्हें फिर ये संसार छलता नहीं है
परिश्रम कर कोई कितना भी लेकिन..
कृपा के बिना काम बनता नहीं हैं.....
सद्गुरु शुभाशीष पाने से पहले
जलता नहीं ज्ञान..2 दीपक भी घर में
बहती ना तब तक समर्पण की धारा..2
अहंकार जब तक गलता नहीं है
अहंकार जब तक गलता नहीं है
परिश्रम कर कोई कितना भी लेकिन..
कृपा के बिना काम बनता नहीं हैं.....
राजेश्वर नंद आनंद अपना
पाकर ही लगता है..2 यह जग जाल सपना
तन बदले कितने भी प्रभु भजन बिन..2
कभी जन का जीवन बदलता नहीं है
परिश्रम कर कोई कितना भी लेकिन
कृपा के बिना काम बनता नहीं है....
0 Comments